Menu
blogid : 12015 postid : 33

कृपया बुर्का न पहने मुस्लिम स्त्रियाँ ?

आक्रोशित मन
आक्रोशित मन
  • 44 Posts
  • 62 Comments

बुर्का पहनना एक ऐसा मुद्दा है जो हमेशा से विवादों में रहा है , फ़्रांस ने जब सार्वजनिक स्थानों पर बुर्का पहनने से रोक लगायी थी तब भी दुनिया भर के मुसलमानों ने उसका जम के विरोध किया था ।
हलाकि कुरान में कही भी बुर्का पहनने के लिए नहीं कहा गया है और न ही बुर्का शब्द ही कुरान में कही है पर कट्टरपंथी मुस्लिम इसे इस्लाम की दुहाई देके मुस्लिम औरतो पर थोपते हैं ।
ऐसा नहीं हैं की मुस्लिम औरते बुर्का पहनने के खिलाफ आवाज नहीं उठती पर रुढ़िवादी और कट्टर इमाम और उलेमाओं के आगे उनकी नहीं चलती , वो लोग आज भी औरत को मानसिक रूप से गुलाम बनाए रखना चाहते हैं ।
पर दुनिया में ऐसी भी कई मुस्लिम स्त्रियाँ हैं जो इस गुलामी के प्रतीक के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद किये हुए हैं , और ऐसी ही एक औरत हैं कट्टर इस्लामिक देश अफगानिस्तान से जिनका नाम है सीमा समर ।
सीमा समर अफगानिस्तान में मानव अधिकार कार्यकर्त्ता व पूर्व मंत्री हैं जिन्हें हाल में ही ” वैकल्पिक नोबल ” के नाम से मशहूर स्वीडन के “राइट लिवाली हुड ” पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । गौरतलब है की सीमा जी दुनिया के सबसे खतरनाक और जटिल क्षेत्र में बुर्के के खिलाफ आवाज़ उठाई हैं ।
गरीबो के डाक्टर के नाम से मशहूर सीमा ने 1989 पाकिस्तान के क्वेटा शहर में अफगान महिलाओं और बच्चियों के स्वस्थ की देखभाल के लिए ” शुहदा संगठन ” गठित किया और फिर पुरे अफगानिस्तान में इसकी शाखाएं खोली ।

सीमा महिला मामलों में मत्री रहते हुए शरिया कानूनों की खुल के आलोचना की और महिलाओं के बुर्का पहनने पर रोक लगाने की मांग की , इन्होने कहा की महिलाओं में ” आस्टियोमिलेशिया” नाम की बीमारी हो जाती है जो उनकी हड्डियों को कमजोर कर देते हैं जिसका प्रमुख स्रोत सूर्य की रौशनी है ।
पर बुर्का पहनने से महिलाओं को सूर्य की रौशनी प्रचुर मात्र में नहीं मिल पाती ।
ध्यान देने की बात ये है की सीमा समर ने बुर्के का विरोध उस स्थान से किया है जो तालिबानियों और मुस्लिम कट्टरपंथियों का स्वर्ग कहलाता है ।
सैली आर्मस्ट्रांग की डाक्यूमेंट्री ” डाटर्स ऑफ़ अफगानिस्तान ” के चार किरदारों में सीमा समर भी हैं ।

क्या भारत, बंगला देश , पाकिस्तान जैसे देश की मुस्लिम महिलाये सीमा समर से कुछ सीख ले सकती हैं?….क्या वो भी बुर्के से होने वाले नुकसान और मानिसक गुलामी के इस चिन्ह के खिलाफ मोर्चा खोल सकती हैं?

Read Comments

    Post a comment